Friday, July 16, 2010

शाम











ढलता हुआ सूरज हमेशा आकर्षित करता है ..............न जाने क्या जुम्बिश है की बस इसके सभी रंगों को आँखों में समेत लेने का मन करता है । कुछ ऐसे ही द्रश्य कुछ दिन पहले देखने को मिले












3 comments:

पारुल "पुखराज" said...

खूबसूरत

अभिन्न said...

नारंगी बादलों की रजाई ओढ़ कर,
कहाँ छुप रहे हो हमें छोड़ कर
........डूबते सूरज की इतनी सुन्दर मनमोहक तस्वीरें प्रस्तुत कर के आपने अपने एक नए रूप से भी हमें मुखातिब करा दिया आप बहुत अच्छे फोटोग्राफ़र भी हो

सूफ़ी आशीष/ ਸੂਫ਼ੀ ਆਸ਼ੀਸ਼ said...

चारों, नहीं नहीं, पाँचों फोटो बेहद खूबसूरत!
पहला वाला कुछ ज्यादा!