Wednesday, December 31, 2008

नव वर्ष 2009

नव वर्ष की आप सभी को ढेरों शुभकामनाये
"दुआ है यह साल हो सबसे अनोखा
खुशियों से भरा सपनों से सजा
हो हरतरफ़ शान्ति और प्रेम
मिलते रहे सबके कुशल्शेम "

Saturday, December 27, 2008

.............छुट्टियाँ !!!!!!!!!हमेशा बेसब्री से इंतज़ार रहता है । दो दिन के बाद ही लगने लगता है की क्यों हुई ये छुट्टियाँ .......कुछ काम न होने की परेशानी , या अपने दिल में जो परेशानी छुपी हुई थी उसके उभर आने की दिक्कत ............ ये खाली वक्त बहुत कुछ सोचने का वक्त देता है और कई बार आँखों में नमी भी दे जाता है ....... न मालूम कहाँ कहाँ की सैर कर आता है और एक नए खालीपन का एहसास ले आता है ........
कई बार सोचते है की काश ये दिमाग एक स्लेट की तरह होता जो कुछ भी लिखने के बाद अस्सानी से मिटाया जा सकता लेकिन यहाँ कुछ नही मिट पाता हाँ धुंधला ज़रूर हो जाता है
सब कुछ पता है , सब मालूम है पर दिल नही मानता हर बार येही सवाल ......... मेरे साथ ही एसा क्यों ?
मन में आता है की सब कुछ छोड़ के कही दूर निकल जाए जहाँ कोई परेशानी न छु पाए ......... कोई जवाब देने को न हो ...... कोई समझाने वाला न हो
" दौड़ जाऊँ उन वीरानो में जहाँ मेरा साया भी न हो
कहाँ से लाऊं वो दामन जो जिसमे खुशियों का पैमाना न हो "