Saturday, September 13, 2008

तकदीर या ...........लापरवाही

..........पहले बेंगलुरु , फिर सूरत , बिहार में बाढ़ का प्रकोप और अब ......दिल्ली में बोम्ब ब्लास्ट ........

क्या माने इसे इंसानी लापरवाही या इस देश की किस्मत ? ??

लापरवही ही कह सकते है ....टी.वी न्यूज़ हर बार येही कहती है की आई .बी ने पहले ही आगाह किया था तो हमारे देश की पुलिस के पास सिर्फ़ नाकारापन रह गया है , हादसा होने के बाद जागते है जबकि दावा पहले से ही पता होने का होता है ,,, नेता अपनी रोटियां सकने में मशगूल है , ........

कानून कड़े बनायेंगे ..... आज तक बनाये क्या ? जो बने भी उनको तोड़ने के नेता तैयार .....

अरे वोट की गन्दी राजनीती कैसे कर पाएंगे ????? अपनों को खोने का दर्द क्या होता है यह वह नही समझते ....
निंदा की जायेगी .... जिम्मेदारी (आतंकवादी sangathan द्वारा ) lee जायेगी ... थोडी लाग़ लपेट की जायेगी ....
फिर वही ढर्रे पे आ जायेंगे .......
वाह री देश की किस्मत , देश के लोगो की किस्मत ........
और हम सबकी बेपनाह लापरवाही .....
लूप होल्स सबको पता है .........और फायेदा भी उठाया जा रहा है ...
सिलसिला येही रहा तो ............... सब कुछ बे रोकटोक चलता रहेगा ।
हम देश की तकदीर को दोष देते रहेंगे , लोगो को कोसते रहेंगे सरकारी तंत्र फैलुरे का राग आलापते रहेंगे .................
सब कुछ इश्वर के भरोसे छोड़ के फिर सो जायेंगे
......"की इश्वर को लिखो एक ख़त
सलामत रहे हम ........
पर इश्वर तेरा पता ही ना मालूम हमे ............."
we just can hope that this would never happen in future......BUT......

1 comment:

अभिन्न said...

देश काल वातावरण की अच्छी खबर ली है आपने ,आपकी पैनी दृष्टि समाज ओर देश की ज्वलंत समस्याओं पर पड़ी ओर बहुत कुछ सोचने समझाने पर मजबूर कर देती है
धन्यवाद