आ कर उनकी बातों में
हम कुछ एसा कर गए ,
जो राह न थी अपनी
उस राह से गुज़र गए,
ज़ज्बातों की कीमत
अब क्या लगा पाओगे ,
ज़ज्बात मेरे सरे बाज़ार
कौडियों में बिक गए ,
बहुत संभाला था वो दरिया
न मालूम क्या तूफ़ान था
की हम उसी में बह गए ,
टूट के बिखर गया आशियाँ
खता बस इतनी थी की
हम वफ़ा कर गए .............
महफूज़ था वो फूल
चंद पन्नो के बीच सूख के ........
बिखर गया वो तिनकों में
क्योंकर हम उसे
गर्म हवाओं के हवाले कर गए .........................................
हम कुछ एसा कर गए ,
जो राह न थी अपनी
उस राह से गुज़र गए,
ज़ज्बातों की कीमत
अब क्या लगा पाओगे ,
ज़ज्बात मेरे सरे बाज़ार
कौडियों में बिक गए ,
बहुत संभाला था वो दरिया
न मालूम क्या तूफ़ान था
की हम उसी में बह गए ,
टूट के बिखर गया आशियाँ
खता बस इतनी थी की
हम वफ़ा कर गए .............
महफूज़ था वो फूल
चंद पन्नो के बीच सूख के ........
बिखर गया वो तिनकों में
क्योंकर हम उसे
गर्म हवाओं के हवाले कर गए .........................................
2 comments:
manu i have seen ur blog. its nice.
tumhari sayari and kavitayein na jane kyun kuch ankahe alfaz keh rahi hai jaise ke jindgi main sab kuch hokar bhi kuch aisi kami hai jise na to tum bayan kar pa rahi ho and na koi use feel kar raha.
may be i m wrong but what i felt i have said that. u seems to be a very happy but at the same time there is something in ur heart. what is that i dont know?
definetly u are person in whose life love peace and happiness is more important than money. i can say this because its apparent in the words of ur poem and shayari.
this all is what i felt
आ कर उनकी बातों में
हम कुछ एसा कर गए ,
जो राह न थी अपनी
उस राह से गुज़र गए,
..........
ज़ज्बात मेरे सरे बाज़ार
कौडियों में बिक गए ,
...........
superb poetic expressions
खता बस इतनी थी की
हम वफ़ा कर गए .............
yahi vo gunah hai jo dunia me sabse jyada hota hai.
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